Comm Eye Health South Asia Vol. 35 No. 117 2022 pp 19. Published online 12 May 2023.

शोध क्या है और क्यों मायने रखता है? (Hindi Flyer)

Collecting data through a community-based interview. BHUTAN © Indra P. Sharma CC BY-NC-SA 4.0
(Photo: Indra P. Sharma CC BY-NC-SA 4.0)
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क्लिनिक या अस्पताल के व्यस्त वातावरण में ‘अनुसंधान’ का उल्लेख अप्रासंगिक लग सकता है। हालांकि, क्लिनिक के अंदर और बाहर दोनों जगह, नेत्र चिकित्सा प्रदान करने के सभी पहलुओं के लिए शोध ज़रूरी है। अनुसंधान का ज्ञान – यह कैसे किया जाता है, और इसका उपयोग कैसे किया जा सकता है – यह नेत्र कार्यक्रमों की योजना और वितरण में शामिल लोगो के लिए भी महत्वपूर्ण है।

चाहे हम स्वास्थ्य कार्यकर्ता हों, सार्वजनिक स्वास्थ्य चिकित्सक, प्रबंधक, नीति निर्माता, या संपादक हो – हम सभी ‘दिग्गजों के कंधों पर खड़े हैं’: हम पूर्व काल में किए गए शोध पर भरोसा करते हैं।

यह दो मरीजों की जाँच के बीच मे हाथ धोने की आदत जितनी सरल हो सकती है; जो की 1870 के दशक में हंगरी के चिकित्सक इग्नाज़ सेमेल्विस (Hungarian physician Ignaz Semmelweis) और स्कॉटिश सर्जन (Scottish surgeon) जोसेफ लिस्टर (Joseph Lister) के काम के बाद आम हो गई थी।या यह उतनी जटिल भी हो सकती है जितना ग्लूकोमा का निदान करना और यह जानना कि कौन सा उपचार देना है।

सभी मौजूदा नेत्र देखभाल अभ्यास अनुसंधान पर आधारित हैं। नए अनुसंधान से नैदानिक, परिचालन (नेत्र देखभाल वितरण) और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रथाओं को आकार मिलता रहेगा।

सरल शब्दों में, शोध हमारे ज्ञान को बढ़ाने और हमारे आसपास की दुनिया की जांच करने के बारे में है, ताकि हम यह पता लगा सकें कि चीजों को बेहतर तरीके से कैसे किया जा सकता है । स्वास्थ्य क्षेत्र में, हम अनुसंधान करने के लिए एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण का उपयोग करते हैं। यानी, चीजों को करने का एक निर्धारित तरीका है जो यह सुनिश्चित करता है कि शोध तार्किक तरीके से किया जाये,और परिणाम व्यापक रूप से प्रकाशित हों, ताकि अन्य लोग जांच कर सकें कि क्या किया गया है। इससे हमें विश्वास होता है कि परिणाम रोजमर्रा के अभ्यास में उपयोगी होंगे। यह ज़रूरी है कि शोध के परिणामों की जाँच की जाये; ये जाँच की जाये कि सही तरीका इस्तमाल हुआ है और निष्कर्ष उचित है या नही।

हम सभी अनुसंधान में भाग ले सकते हैं: यह प्रश्न पूछने से लेकर उत्तर खोजने तक की प्रक्रिया है। इस अंक के लेख आंखों की देखभाल के लिए प्रासंगिक और उपयोगी अनुसंधान करने के लिए सुझाव प्रदान करते हैं।

प्रमुख सामुदायिक नेत्र स्वास्थ्य संदेश

अनुसंधान के प्रकार

• बुनियादी (प्रायोगिक) अनुसंधान : इसके माध्यम से एक परिकल्पना को साबित करने के लिए परीक्षण या प्रयास किया जाता है।

• नैदानिक अनुसंधान यह बताता है कि व्यक्तियों में रोग कैसे प्रस्तुत करना हैं , उसका निदान और इलाज कैसे किया जा सकता है |

• महामारी विज्ञान अनुसंधान : आबादी में बिमारियों और अन्य स्वास्थ्य संबंधी स्थितियों के विभाजन का अध्ययन करता है और इसे स्वास्थ्य समस्याओं को नियंत्रित करने के लिए इस्तमाल किया जाता है।

बचाव योग्य अंधापन का तीव्र आंकलन [Rapid Assessment of Avoidable Blindness (RAAB)]

• यह जन – आधारित नेत्र स्वास्थ्य सर्वेक्षण है जो 50 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों में दृष्टि दोष और अंधापन के बोझ और कारणों का आकलन करता है।

• एक प्रमाणित RAAB ट्रेनर की देखरेख में यह सर्वेक्षण होता है और इसके लिए एक स्थानीय टीम और समय की प्रतिबद्धता की आवश्यकता होती है।

अनुसंधान कौशल विकसित करने के लाभ

• अनुसंधान करने का तरीका सीखने से आपको अपने नैदानिक सवालों या दुविधाओं का जवाब देने में मदद मिल सकती है और साक्ष्य-आधारित निर्णय लेने से अच्छी गुणवत्ता वाली नेत्र चिकित्सा देने में मदद मिलती है।

• शोध से ज्ञान का विस्तार होता है और इससे जटिल समस्याओं और कठिन विषयों का समाधान मिलता है।

• इससे ज्ञान की बढ़ोत्तरी होती है और ज्यादा लोगों से ज्ञान का आदान – प्रदान हो सकता है।